आवासन मंडल के मकानों को लेने के लिए उत्साह, मानसरोवर में तीन गुना कीमत तक बिके मकान 
जयपुर। राजस्थान आवासन मंडल के मकानों को लेने के लिए लोगों में उत्साह है। बुधवार को मानसरोवर में मंडल के प्लन्थ स्तर तक निर्मित 4 आवासों को खुली नीलामी द्वारा बेचा गया। इन आवासों को खरीदने के लिए 141 लोगों ने नीलामी प्रक्रिया में भाग लिया। इस नीलामी से मंडल को 9 करोड़ 56 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। आवासन मंडल आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि मानसरोवर योजना में बीटू बायपास पर द्वारका टिवंस और द्वारका अपार्टमेंट के पास एचआईजी के चार मकानों को खुली नीलामी द्वारा बेचा गया। मानसरोवर में मकान संख्या सीबीसी/एच-12 का न्यूनतम बोली मूल्य 86 लाख 60 हजार रुपये रखा गया था। यह मकान 3 करोड़ 12 लाख रुपये में बिका। इस मकान को खरीदने के लिए 45 लोगों ने बोली में भाग लिया। इस मकान का कुल क्षेत्रफल 278.12 वर्गमीटर था। उन्होंने बताया कि इसी तरह मकान संख्या सीबीसी/एच-13 को खरीदने के लिए 49 लोगों ने बोली में भाग लिया। इस मकान का न्यूनतम बोली मूल्य 87 लाख 80 हजार रुपये रखा गया था, जो कि 3 करोड़ 15 लाख रुपये में बिका। इस मकान कुल क्षेत्रफल 281.46 मीटर था।

 

अरोड़ा ने बताया कि मानसरोवर में ही मकान संख्या सीबीसी/एच-29 और सीबीसी/एच-30 का न्यूनतम बोली मूल्य 81 लाख रूपये अलग-अलग रखा गया था। जिनमें से एक मकान 1 करोड़ 65 लाख रुपये में और दूसरा मकान 1 करोड़ 64 लाख 3 हजार 500 रुपये में बिका। इन दोनों मकानों का क्षेत्रफल पृथक-पृथक 262.20 वर्ग मीटर था। इन मकानों को लेने के लिए 47 लोगों ने बोली प्रक्रिया में भाग लिया। 

 

नीलामी प्रक्रिया को पारदर्शी और जवाबदेही बनाने के लिए आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा नीलामी स्थल पर पहुंचे। उन्होंने नीलामी प्रक्रिया को देखा और स्वयं बोलीदाताओं को प्रोत्साहित करते नजर आए। उल्लेखनीय है कि आवासन मंडल के इतिहास में पहली बार है, जब आयुक्त ने नीलामी प्रक्रिया में भाग लिया। इस अवसर पर उनके साथ मुख्य अभियंता के.सी. मीणा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता नत्थूराम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।