जयपुर। उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए एकल खिड़की के माध्यम से उद्यमियों की एक ही स्थान पर सभी औपचारिकताएं पूरी हों, इसके लिए नई पॉलिसी लाई जा रही है। सरकार का उद्देश्य उद्यमियों से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का समय पर निस्तारण करते हुए वातावरण निर्माण करना है।
उद्योग मंत्री कोटा जिला परिषद के सभागार में आयोजित संभाग स्तरीय उद्योग विभाग-एक संवाद कार्यक्रम में उपस्थित संभाग भर के उद्यमियों एवं विभागीय अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रचुर मात्रा में औद्योगिक विकास के लिए खनिज संपदा एवं कृषि उत्पाद हैं। इसका लाभ उद्यमियों को मिले तथा नये उद्योग स्थापित हों इसके लिए सरकार के स्तर पर उद्यमियों से सीधा संवाद रखते हुए समय पर विभिन्न औपचारिकताएं एक ही स्थान पर पूरी की जाएंगी। उन्होंने सरकार द्वारा प्रस्तावित नई औद्योगिक पॉलिसी की चर्चा करते हुए कहा कि इसके लागू होने से उद्यमियों को 16 विभागों से संबंधित विभिन्न प्रकार की अनुमतियां एवं अनापत्ति एकल खिड़की के माध्यम से मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि सारी प्रक्रिया ऑनलाईन होने के साथ पारदर्शिता पूर्वक कार्य किया जायेगा। किसी भी उद्यमी को उद्योग लगाने में कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाना पड़े यह सुनिश्चित किया जा रहा है।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने नई औद्योगिक पॉलिसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उद्यमियों द्वारा दिये गये सुझावों को मानते हुए शीघ्र समस्या निराकरण करने की बात कही। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास में किसी भी स्तर पर कमी नहीं रहेगी। नीतिगत निर्णयों को शीघ्र सरकार के ध्यान में लाकर समस्याओं का समाधान किया जायेगा।
उद्योग आयुक्त मुक्तानन्द अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के विकास में उद्यमियों का महत्वपूर्ण योगदान है। संभागवार संवाद कार्यक्रम के माध्यम से समस्याओं को चिन्हित कर औद्योगिक विकास में आ रही बाधाओं को समय पर दूर किया जायेगा। उन्होंने नई औद्योगिक पॉलिसी में उद्यमियों के हित में किये जा रहे प्रयास एवं नवीन औद्योगिक क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी।