जिला कलक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि सुबह से नागरिक सुरक्षा के 60 स्वयंसेवकों एवं एसडीआरएफ के 18 सदस्यों की टीमों ने बडे़ स्तर पर झील में घायल पक्षियों की तलाश एवं मृत पक्षियोें के शवों को एकत्र कर निस्तारण के लिए भेजे जाने का अभियान शुरू किया। सभी पक्षी विशेषज्ञों की राय में और अधिक पक्षी मौत का शिकार नहीं हों इसके लिए सबसे जरूरी कार्य मृत पक्षियों के शवों को उठाकर उनका सुरक्षित निस्तारण किया जाना हैं। इसलिए रेस्क्यू टीमों ने मिलकर झील में रतन सागर के पीछे, झपोल डेम के अन्दर एवं शाकम्भरी साइट पर मृत पक्षियों की तलाश का काम किया। सबसे पहले रतन सागर में अभियान चला जहां करीब 15 पक्षी मृत मिले और 56 घायल पक्षियों को इस साइट से रेस्क्यू किया गया।
सांभर झील में रेस्क्यू ऑपरेशन, 172 पक्षियों की जान बचाई, पर्यावरण मंत्री ने लिया जायजा