नई दिल्ली। सीएसआईआर- इंस्टीट्यूट ऑफ माइक्रो बायल टेक्नोलॉजी (आईएमटीईसीएच) चंडीगढ़ ने सहयोगपूर्ण अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी से दोनों संस्थानों को लाभ होगा क्योंकि इससे अनुसंधान, अध्यापन, विकास और सहयोगपूर्ण अनुसंधान परियोजनाओँ के कार्यान्वयन, व्यवसायिक विकास कार्यक्रमों और क्षमता निर्माण प्रयासों के उद्देश्य से प्राध्यापकों और छात्रों का आदान-प्रदान किया जा सकेगा। समझौता ज्ञापन से दोनों संस्थानों के अनुसंधानकर्ताओं और प्राध्यापकों के बीच विचारों का आदान-प्रदान, नई जानकारी के विकास और उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान में मदद मिलेगी। इस सहयोग का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र, खासतौर से परियोजनाओं और मिशन में आधुनिक अनुसंधान करना है जहां दोनों संस्थान एक-दूसरे को सहयोग कर सकें।
आईआईटी बॉम्बे के डीन, अनुसंधान और विकास के प्रोफेसर मिलिंद अत्रे और सीएसआईआर – आईएमटीईसीएच के ऑफिशिएटिंग निदेशक डॉक्टर मनोज राजे ने अपने-अपने संस्थानों की ओर से सीएसआईआर के महानिदेशक और डीएसआईआर के सचिव डॉ. सी मांडे की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस साझेदारी का स्वागत करते हुए डॉ. शेखर सी. मांडे ने कहा कि आईआईटी बॉम्बे देश के शीर्ष रैंक वाले संस्थानों में से है और आईएमटीईसीएच और भारत की उन चिकित्सा जरूरतों पर विशेष ध्यान दे रहा है जो अभी पूरी नहीं की जा सकी हैं, यह समझौता ज्ञापन विशेषकर स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सहयोगपूर्ण अनुसंधान को बढ़ावा देगा।